डार्क वेब पर बिक रहा 1 लाख से ज्यादा ChatGPT यूजर्स का डेटा, सबसे ज्यादा भारतीय प्रभावित

ChatGPT User Data | चैटजीपीटी ने अपने लॉन्च के बाद से दुनिया भर में काफी लोकप्रियता हासिल की है। इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह अपनी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से यूजर से बातचीत के अंदाज में चैट करता है।

बड़े यूजरबेस वाला यह AI मॉडल फिलहाल साइबर हमले का निशाना बनने के कारण चर्चा में है। साइबर सिक्योरिटी सॉल्यूशन फर्म ग्रुप-आईबी का कहना है कि बड़ी संख्या में ChatGPT यूजर्स की डिटेल्स हैक की गई हैं। इसमें सबसे ज्यादा भारतीय यूजर्स के डेटा पर असर पड़ा है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि जून 2022 से मई 2023 तक करीब 101,134 चैटजीपीटी यूजर्स का डेटा हैक किया गया है। अधिकांश उपयोगकर्ता एशिया प्रशांत क्षेत्र से हैं। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि ChatGPT अपने प्लेटफॉर्म पर होने वाली गतिविधि को याद रखता है।

इसका उपयोग विभिन्न गतिविधियों, सॉफ्टवेयर कोडिंग और व्यावसायिक कार्यों के लिए किया जाता है। इससे ChatGPT अकाउंट की संवेदनशील और गोपनीय जानकारियां हैकर्स के हाथ लग गई हैं। अटकलें हैं कि इस डेटा का इस्तेमाल भविष्य में होने वाले साइबर हमलों में किया जा सकता है।

वहां क्या जानकारी है?

डार्क वेब में जो डेटा होता है वह मैलवेयर का एक सेट होता है जिसमें ब्राउज़र की गुप्त जानकारी तक भी आपकी पहुंच होती है। इसमें ब्राउज़िंग डेटा के साथ-साथ बैंक खाता और उपयोगकर्ताओं के डिवाइस के अन्य विवरण भी शामिल हैं।

सबसे ज्यादा प्रभावित भारतीय

रिपोर्ट में कहा गया है कि इस हमले में एशिया प्रशांत के देश सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं. यहां करीब 40,999 हमले हुए हैं. इसके बाद मध्य पूर्व और अफ़्रीका में 24,925 हमले हुए हैं. यूरोप की बात करें तो 16,951 अकाउंट हैक हो चुके हैं। इस साइबर हमले में 12,632 भारतीयों का डेटा प्रभावित हुआ है। भारत के बाद पाकिस्तान के 9,217, ब्राजील के 6,531 अकाउंट प्रभावित हुए हैं.

ChatGPT अकाउंट को सुरक्षित कैसे रखें?

रिपोर्ट में ChatGPT यूजर्स को सलाह दी गई है कि वे अपने अकाउंट को सुरक्षित रखने के लिए निम्नलिखित कदम उठा सकते हैं।

  • अपना पासवर्ड नियमित रूप से अपडेट करें
  • टू- फैक्टर ऑथेन्टकैशनका यूज करें

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