China’s New Game : चीन ने कभी डिजिटल दुनिया में जोरदार एंट्री की थी। चीन की धमकी से अमेरिका और यूरोपीय देशों में हड़कंप मच गया। भारत के लिए भी चीन की डिजिटल दुनिया का बढ़ना चिंता का विषय बन गया था।
China के आधिपत्य पर अंकुश लगाने के लिए भारत और अमेरिका जैसे देशों ने चीनी इलेक्ट्रिक उत्पादों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने का काम किया है। लेकिन अब चीन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की दुनिया में बढ़त बनाने की कोशिश कर रहा है।
जैसा कि मालूम है कि पिछले कुछ समय से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को लेकर काफी चर्चा चल रही है। खासकर AI बेस्ड सर्च इंजन प्लेटफॉर्म ChatGPT को लेकर काफी खबरें आ रही हैं।
हालाँकि, चैटजीपीटी केवल एक उदाहरण है। आने वाले दिनों में कई तरह के ऐप और डिवाइस आएंगे, जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आधारित होंगे। AI गेमिंग, इंश्योरेंस, सर्चिंग जैसे तमाम सेक्टर्स में दखल देगा।
एआई पेटेंट फाइलिंग के मामले में चीन आगे निकलने की फिराक में है। आइए जानते हैं क्या है चीन का प्लान।
AI Patent Filing में चीन सबसे आगे
China ने पिछले कुछ वर्षों में चीनी कंपनियों द्वारा सबसे अधिक संख्या में कृत्रिम पेटेंट दायर किए गए हैं। चीनी कंपनी Tencent द्वारा सबसे अधिक 9,614 एआई भुगतान दायर किए गए हैं।
दूसरे नंबर पर एक और चीनी कंपनी Baidu है, जिसने एआई के लिए 9,504 पेटेंट फाइल किए हैं। इसके अलावा चीनी बीमा कंपनी पिंग एन ने 6,410 एआई आधारित भुगतान फाइल किए हैं।
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इस लिस्ट में आईबीएम और सैमसंग जैसी कंपनियां पीछे छूटती नजर आ रही हैं। वहीं माइक्रोसॉफ्ट कंपनी छठे पायदान पर है। जबकि Alphabet कंपनी 7वें पायदान पर बनी हुई है। ये पेटेंट साल 2017 से 2021 के बीच फाइल किए गए हैं।
किसने कितने पेटेंट दाखिल किए
- Tencent : 9,614
- Baidu : 9,50
- IBM : 7,343
- Samsung : 6,885
- Ping An : 6,410
- Microsoft : 5,821
- Alphabet : 4,068
पेटेंट क्या है
दरअसल जब आप कोई इनोवेशन करते हैं। यानी अगर आप किसी चीज को एक्सक्लूसिव बनाते हैं तो उसका रजिस्ट्रेशन कराना होता है, ताकि आपके द्वारा बनाई गई किसी चीज की कोई कॉपी न कर सके।