Chat GPT के उपयोग पर प्रतिबंध, जानें कि यह कैसे काम करता है और प्रतिबंध लगाने के कारण

Chat GPT ने पुरे दुनिया में उधम मचा रखा है, ऐसे में आपने भी पिछले कुछ दिनों से आपने Chat GPT के बारे में जरूर सुना होगा। इस शब्द ने आपके मन में उत्सुकता पैदा कर दी होगी। Chat GPT वास्तव में कैसे काम करता है और Chat GPT को कई देशों में क्यों प्रतिबंधित किया गया है? चैट जीपीटी एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल (Artificial Intelligence Tool) है।

एआई द्वारा विकसित एक जनरेटिव प्री ट्रेन ट्रांसफॉर्मर लैंग्वेज मॉडल (Generative Pre Train Transformer Language Model) है। यानी यह कहने में कोई हर्ज नहीं है कि Google जैसा ही एक और पोर्टल है। यह उपयोग करने के लिए स्वतंत्र है। इसमें 2021 तक का डेटा फीड है। सर्च बॉक्स में टाइप किए गए शब्दों को कोई भी समझ सकता है और समाचार, लेख, कविता जैसे प्रारूपों में उत्तर दे सकता है।

भविष्य में गोपनीयता के लिए खतरा

लेकिन यह अभी भी स्पष्ट नहीं है कि यह व्याकरणिक रूप से सही होगा या नहीं। साथ ही, दी गई जानकारी को फिर से जाँचने की आवश्यकता है। लेकिन भविष्य के खतरे को भांपते हुए कुछ देशों ने चैट जीपीटी पर प्रतिबंध लगा दिया है।

ऐसी आशंकाएं हैं कि एआई इंसानों पर हावी हो जाएगा। कुछ लोगों ने आशंका जताई है कि चैट जीपीटी से उनकी निजता प्रभावित होगी। इसका मतलब है कि चैट जीपीटी भविष्य में निजता के लिए खतरा पैदा कर सकता है।

इसलिए उत्तर कोरिया, ईरान, रूस और चीन के साथ इटली ने विभिन्न कारणों का हवाला देते हुए Open AI के AI टूल्स के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया है।

इस देश में प्रतिबंधित है चैट जीपीटी

चीन – चीन ने आशंका जताई है कि चीन-अमेरिका के जरिए गलत सूचनाएं फैलाई जा सकती हैं। साथ ही गलत जानकारी के कारण दुनिया में देश की छवि खराब हो सकती है। इसलिए, चीन ने विदेशी एप्लिकेशन और वेबसाइटों के खिलाफ नियमों को आगे बढ़ाते हुए चैट जीपीटी पर प्रतिबंध लगा दिया है।

ईरान – परमाणु समझौते को लेकर अतीत में ईरान और अमेरिका के बीच संबंध तनावपूर्ण रहे हैं। इसलिए, ईरानी सरकार कई वेबसाइटों और एक्सेस पर कड़ी नजर रखती है। इसलिए, राजनीतिक स्थिति को देखते हुए चैट जीपीटी पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।

रूस – रूस ने चैट जीपीटी के गलत इस्तेमाल की आशंका जताई है। रूस के पश्चिमी देशों से संबंध अच्छे नहीं हैं। तो यह चैट जीपीटी से प्रभावित हो सकता है। साथ ही देश का माहौल भी मैला हो सकता है। इसलिए रूस में कोई चैट GPT नहीं है।

उत्तर कोरिया – तानाशाह किम जोंग उन के हाथ में देश का पूरा फॉर्मूला है। इसलिए, इस देश में इंटरनेट का उपयोग भी प्रतिबंधित है। इसलिए चैट जीपीटी का उपयोग करने का कोई सवाल ही नहीं है।

सीरिया – इस देश में इंटरनेट उपयोग के संबंध में कानून हैं। इंटरनेट यातायात भी सरकार द्वारा नियंत्रित किया जाता है। इससे पहले देश को गलत जानकारी की वजह से तगड़ा झटका लगा था। इसलिए चैट जीपीटी का इस्तेमाल प्रतिबंधित है।

क्यूबा – इस देश में भी इंटरनेट के इस्तेमाल पर सरकार का नियंत्रण है। इसलिए चैट जीपीटी जैसी वेबसाइटों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।

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